चार्ज लेने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद अमित शाह ने रविवार को नेशनल पुलिस मेमोरियल पहुंचकर जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने म्यूजियम का मुआयना किया। शनिवार को उन्होंने चार्ज लेते ही ताबड़तोड़ बैठकें कीं, जिसमें विभिन्न राज्यों के गवर्नर, जूनियर मिनिस्टर्स, मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शामिल थे। वह जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक से भी मिले, जिन्होंने राज्य में सुरक्षा और आगामी अमरनाथ यात्रा की तैयारियों के बारे में बताया। यह बैठक 15 मिनट चली। अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त को खत्म होगी।
मंत्रालय के वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक में शाह को कई अहम मुद्दों पर प्रेजेंटेशन दी गई। सूत्रों के मुताबिक गृह सचिव राजीव गौबा के अलावा मंत्रालय के सभी 19 डिविजन्स के जॉइंट सेक्रेटरीज ने कामयाबियों और चुनौतियों के बारे में शाह को बताया। वह शनिवार दोपहर 12.15 बजे मंत्रालय पहुंचे, जहां आईबी चीफ राजीव जैन और गौबा ने उनका स्वागत किया। चार्ज लेने के बाद शाह को मुबारकबाद देने वालों का तांता लग गया।
इस बीच शाह ने ट्वीट कर कहा, ”आज भारत के गृह मंत्री के रूप में पदभार संभाला। मुझ पर विश्वास प्रकट करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं। देश की सुरक्षा और देशवासियों का कल्याण मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, मोदी जी के नेतृत्व मैं इसको पूर्ण करने का हर संभव प्रयास करूंगा”।
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की बंपर जीत के बाद 30 मई को शाह ने मंत्री पद की शपथ ली थी। मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि उम्मीद है कि शाह आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने और अवैध प्रवास रोकने की एनडीए की नीति को बढ़ावा देंगे।
शाह के सामने कई चुनौतियां हैं। उन्हें जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से निपटना होगा, जहां इस वक्त राष्ट्रपति शासन लगा है। राज्य में शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव कराने की चुनौती भी उनके सामने होगी। साथ ही असम में एनआरसी मुद्दे से भी उनका पाला पड़ेगा। हाल ही में आए लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को 542 में से 303 सीट मिली हैं। बीजेपी के लिए इस चुनाव में रणनीति अमित शाह ने बनाई थी।