अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति की मौत के विरोध में हिंसक प्रदर्शन, पुलिस अधिकारी पर लगाया हत्या का आरोप

IMAGE-AP (George Floyd KILLING PROTEST)

मिनीपोलिस (अमेरिका), 30 मई (एपी) मिनीपोलिस के उस श्वेत अधिकारी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर हत्या का आरोप लगाया जिसने अपने घुटने से अश्वेत जॉज फ्लॉयड के गले को दबाया था जिससे उसकी मौत हो गई।

फ्लॉयड की मौत के बाद पूरे अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए और प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू का उल्लंघन किया।

मिनीपोलिस में प्रदर्शनकारियों ने कारों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में आग लगा दी और दुकानों में घुस गए जिसके बाद उन पर काबू पाने के लिए अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले दागे और रबड़ की गोलियां चलाई।

प्रदर्शनकारियों ने बृहस्पतिवार को एक पुलिस थाना फूंक दिया था।

पेंटागन ने शुक्रवार को एक दुर्लभ कदम उठाते हुए सेना को मिनीपोलिस में तैनाती के लिए तैयार करने का आदेश दिया है।

इस आदेश की जानकारी रखने वाले तीन लोगों ने बताया कि नॉर्थ कैरोलिना में फोर्ट ब्रैग और न्यूयॉर्क में फोर्ट ड्रम के सैनिकों को आदेश दिया गया है कि अगर उन्हें बुलाया जाए तो वे चार घंटों के भीतर तैनाती के लिए तैयार रहें।

यह आदेश शुक्रवार को तब दिया गया जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रक्षा मंत्री मार्क एस्पर को मिनीपोलिस में हालात को काबू करने में मदद के लिए सैन्य विकल्पों पर गौर करने के लिए कहा। प्रदर्शनकारियों ने शहर के कुछ हिस्सों में लूट और आगजनी की वारदात को अंजाम दिया।

मिनीपोलिस में इस सप्ताह तब प्रदर्शन भड़क उठे जब एक वीडियो में पुलिस अधिकारी को घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया। फ्लॉयड की बाद में चोटों के कारण मौत हो गई। श्वेत अधिकारी डेरेक चाउविन को गिरफ्तार कर लिया गया तथा उस पर शुक्रवार को थर्ड डिग्री हत्या और मानव वध का आरोप लगाया गया।

अश्वेत फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था।

चाउविन के साथ ही उन तीन अन्य अधिकारियों को भी बर्खास्त कर दिया गया जो घटनास्थल पर मौजूद थे। हत्या का दोषी पाए जाने पर चाउविन को 12 साल से अधिक जेल की सजा भुगतनी पड़ सकती है।

यह प्रदर्शन हिंसक हो गया और बृहस्पतिवार को दंगाइयों ने मिनीपोलिस की उस पुलिस चौकी को फूंक दिया जहां फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था। मेयर जैकब फ्रे ने शुक्रवार को रात आठ बजे से शहर भर में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया।

यह प्रदर्शन देशभर में फैल गया और वाशिंगटन डीसी, अटलांटा, फिनिक्स, डेनवर और लॉस एंजिलिस समेत कुछ शहरों में इसने हिंसक रूप ले लिया।

फिनिक्स, डेनवर, लास वेगास, लॉस एंजिलिस और कई अन्य शहरों में हजारों प्रदर्शनकारियों के हाथों में पोस्टर थे जिनपर लिखा था, “उसने कहा, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं। जॉर्ज के लिए न्याय।”

उन्होंने नारे लगाए, “न्याय नहीं, शांति नहीं” और कहा, “उसका नाम पुकारो। जॉर्ज फ्लॉयड।”

अटलांटा में शांतिपूर्ण प्रदर्शन के कुछ घंटे बाद, कुछ प्रदर्शनकारी अचानक हिंसक हो गए, पुलिस की कार तोड़ने लगे, एक कार को आग लगा दी, सीएनएन मुख्यालय में प्रतीकात्मक लोगों के चिह्न को स्प्रे से पेंट कर दिया और एक रेस्तरां में घुस आए। भीड़ ने अधिकारियों पर बोतलें फेंकी और नारे लगाए, “नौकरी छोड़ो।”

इस बीच डेट्रॉयट में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर एसयूवी में बैठे किसी शख्स ने गोलियां चलाई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।

पुलिस विभाग की प्रवक्ता निकोल किर्कवुड ने बताया कि डेट्रॉयट के ग्रीकटाउन एंटरटेनमेंट डिस्ट्रिक्ट के समीप शुक्रवार रात साढ़े 11 बजे गोलीबारी हुई। उन्होंने बताया कि इस गोलीबारी में कोई अधिकारी शामिल नहीं है।

किर्कवुड ने बताया कि 19 वर्षीय युवक को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि अभी मृतक या उस व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं है जिसने गोलियां चलाईं।

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