अगले 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में व्‍यापक से बहुत व्‍यापक तौर पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना

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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र/ क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली ने कहा है:

♦ लगभग 11 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश के साथ-साथ समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी ऊपर एक पूर्व-पश्चिम शीयर जोन और कर्नाटक तट से लेकर लक्षद्वीप-मालदीव क्षेत्र तक समुद्र तल के ऊपर एक अपटतीय गर्त बन रहा है। इन प्रणालियों के प्रभाव में अगले 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में व्‍यापक से बहुत व्‍यापक तौर पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।

♦ गर्त का रुख उत्‍तर की ओर होने औरबंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिणी/ दक्षिण-पश्चिम की हवाओं के पूर्वोत्‍तर एवं आसपास के पूर्वी भारत में मिलने के कारण अगले 2-3 दिनों के दौरान उत्तर-पूर्व और उससे सटे पूर्वी भारत में कुछ जगहों पर भारी से अत्‍यधिक भारी वर्षा होने के साथ-साथ व्‍यापक तौर पर वर्षा जारी रहने की संभावना है।अगले 24 घंटों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम और असम एवं मेघालय में भी कुछ जगहों पर अत्‍यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।

 

♦ 28-29 जून के दौरान पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में और अगले 3-4 दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्‍थानों पर भारी वर्षा के साथ व्‍यापक तौर पर वर्षा होने की संभावना है।

 

अखिल भारतीयमौसम का अनुमान

 

  • समुद्र तल से मॉनसून गर्त का पश्चिमी हिस्सा अमृतसर, करनाल, बरेली और गोरखपुर से होकर गुजर रहा है और इसका पूर्वी भाग हिमालय की तलहटी के करीब स्थित है।
  • मध्य पाकिस्तान और आसपास के करीब 1.5 किमी क्षेत्र मेंसमुद्र तल से ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
  • विदर्भ में उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश से लेकर मराठावाड़ा तक समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर गर्त बना हुआ है।
  • उत्तर कर्नाटक के आंतरिक भागों और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हआ है।
  • लगभग 11 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश के आसपास समुद्र तल से 3.1 किमी और 5.8 किमी के दायरे में पूर्व- पश्चिम शीर जोन बना हुआ है।
  • कर्नाटक तट से लेकर लक्षद्वीप मालदीव क्षेत्र तक समुद्र तल के ऊपर गर्त का बहाव जारी है।
  • केरल तट पर समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर दक्षिण पूर्व अरब सागर में चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है।
  • पश्चिम मध्य अरब सागर और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 किमी से 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण का दक्षिण की ओर झुकाव बना हुआ है।

 

अवलोकन:

 

27-06-2020 के अनुसार अधिकतम तापमान:

 

  • छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य महाराष्ट्र में कई स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से काफी अधिक (3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस) है। गुजरात, कोंकण एवं गोवा, ओडिशा और कर्नाटक के आंतरिक भागों और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्‍सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, विदर्भ, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल और पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक (1.6 डिग्री सेल्सियससे 3.0 डिग्री सेल्सियस)है।जबकि असम एवं मेघालय के अधिकांश हिस्‍सों,उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के कई जगहों, सिक्किम, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और अरुणाचल प्रदेश के अलावापश्चिमी मध्य प्रदेश एवं पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में कुछ स्थानों परऔर हरियाणा, चंडीगढ़ एवं दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्‍य से कम (-1.6 डिग्री सेल्सियससे -3.0 डिग्री सेल्सियस)है जबकि देश के शेष हिस्‍सों में तापमान सामान्‍य के करीब रहा। कलबीकानेर (पश्चिम राजस्थान) में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियसदर्ज किया गया।

 

27-06-2020 के अनुसार न्‍यूनतम तापमान:

 

  • पश्चिम राजस्थान के कुछ स्थानों और तेलंगाना में अलग- अलग स्‍थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी अधिक (3.1 डिग्री सेल्सियससे 5.0 डिग्री सेल्सियस)दर्ज किया गया जबकि उत्तराखंड एवं गुजरात क्षेत्र के अधिकांश जगहों, पंजाब, मध्य महाराष्ट्र, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में कई स्थानों, हिमाचल प्रदेश,हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र एवं कच्छ, रायलसीमा एवं छत्तीसगढ़ में कुछ स्‍थानों और कोंकण एवं गोवा, लक्षद्वीप में अलग-थलग स्थानों पर न्‍यूनतम तापमान सामान्य से अधिक(1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस)दर्ज किया गया।पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-थलग स्थानों पर न्‍यूनतम तापमानसामान्य से काफी कम (-3.1 डिग्री सेल्सियससे -5.0 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान एवं मुजफ्फराबाद, मध्य प्रदेश, विदर्भ, असम एवं मेघालय में कुछ स्थानों औरओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल में अलग- अलग स्‍थानों पर न्‍यूनतम तापमान सामान्य से कम (-1.6 डिग्री सेल्सियस से -3.0 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गयाजबकि देश के शेष हिस्सों में न्‍यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा। देश के मैदानी इलाकों में चुरक (पूर्वी उत्तर प्रदेश) में सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियसदर्ज किया गया।

 

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